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** मै आज की नारी हू *** लेबल असलेली पोस्ट दाखवित आहे. सर्व पोस्ट्‍स दर्शवा
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शनिवार, ५ मार्च, २०२२

** मै आज की नारी हू ****** I am the woman of today ***

*** मै आज की नारी हू ***

मेरी हातो की चुडी मेरे पैरो की पायल 
मेरे नैनो का काजल, माथे की बिंदिया 
सिंदूर के साथ हातो की रंग 
लाई मेहंदी माथे पर घुंगट यही 
तक मेरा जीवन 
पैरो मे डोर नही थी पर 
बंधन था पुराना....  सदियों पुराना.....

आजादी की कही कोई डोर 
नही थी बस सीमित था 
मेरा जिना, पैरो की लाली तक 
और प्यार भरे(©️®️) लम्हो के साथ
घुटन भरी रातो मे हरबार मरती रही 
मै, आजादी के जीने के लिए 
वक्त बदला, नही वक्त बदला या गया.....
 
मेरे जिने के लिये आज मै हु 
किसी के घर की प्यारी गुडिया 
खेतो मे जैसे हवा का झोका 
में बेटी हू मेरे पापा की 
मेरे मम्मी की 
स्वातंत्र्य विचारोंवाली 
मै आज की नारी.... 
हातो में किताब लेके स्कूल कॉलेज
से लेकर संसद का ये सफर कर रही हू....

आज मेरे हातो मे चुडी के 
साथ हात मे लॅपटॉप भी है
आखों में स्वाभिमान लेकर 
मनवा या है लोहा 
घर से संसद का सफर 
अभिमान से आत्मनिर्भर होकर 
किया है, सशक्त रूढी प्रथा परंपरा  
ओ के डॉक्टर इंजिनिअर 
वकील फायटर ऐसी कितनी 
जगह पर वक्त के साथ 
करियर बनाया है... 

मै आज की नारी हू 
हात मे कलम लेकर लिखती हू 
सुवर्ण अक्षरो से 
आज का इतिहास लिखती हू 
ओ मै नारी हू
मै आज की नारी हू 
मै आज की नारी हू.......!!

            ✍️©️®️सविता तुकाराम लोटे 

✍️©️®️सविता तुकारामजी लोटे
 शीर्षक: - * मै आज की नारी हू *

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*** I am the woman of today ***

 The anklet of my feet
 My nano kajal, forehead dot
 color of hands with vermilion
 Lai mehndi on forehead
 till my life
 There was no string in the legs but
 The bond was old..... centuries old.....

 Somewhere the door of freedom
 was not just limited
 My life, till the redness of the feet
 and with loving moments
 Dying every time in suffocating nights
 I live for freedom
 Time has changed, not time has changed or gone.....

 I am today for my life
 sweet doll
 like a gust of wind in the fields
 I am the daughter of my father
 my mom's
 free minded
 I am today's woman....
 school college with a book in hato
 Since then I am doing this journey of Parliament.

 Today I have a bangle in my hands
 Also have a laptop in hand
 with pride in your eyes
 manwa or iron
 journey from home to parliament
 proudly independent
 have done, strong customary tradition
 o k doctor engineer
 Lawyer fighter how much
 in place over time
 Made a career...

 i am today's woman
 I write with a pen in my hand
 with golden letters
 write today's history
 oh i am a woman
 i am today's woman
 I am today's woman.......!!

          ✍️©️®️सविता तुकाराम लोटे 

©️®️Savita Tukaramji Lotte
 Title :- * I am a woman of today *

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माझ्या वेलीवर ( दलित साहित्य कविता)

*** माझ्या वेलीवर *** माझ्या वेलीवर वेदना होत्या  बाबासाहेब तुमच्या वैचारिक आलिंगनाने   अश्रूचे सोने झाले  देहाचे मंदिर झाले  सुकलेल्या शरीर...